अस्थमा रोग के कारण और घरेलू उपाय , अस्थमा रोग के कारण , अस्थमा के उपाय, अस्थमा को रोकने के उपाय
अस्थमा रोग के कारण
बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से अब इसके मामले और ज्यादा आने लगे हैं अस्थमा में सांस की नली में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ होती है अस्थमा के मरीजों में निमोनिया और कोरोनावायरस का भी खतरा ज्यादा है यह हमारी शवसन प्रणाली से जुड़ी बीमारी है पूरी दुनिया में लगभग 30 करोड लोग इस बीमारी से ग्रस्त है हर वर्ष 230000 लोगों की इस बीमारी के कारण मौत हो जाती है इस बीमारी में सीने में दर्द होने लगता है कमजोरी महसूस होने लगती है रात में ठीक से नींद नहीं आती है दिल की धड़कन तेज हो जाती है हमेशा छाती में कफ बना रहता है सांस लेने में घर-घर की आवाज आती है अस्थमा के दौरे के दौरान वायु मार्ग सूज जाता है और बलगम उत्पन्न होता है वायु मार्ग के आसपास की मांसपेशियां कस जाती है जिससे वायु मार्ग संकीर्ण हो जाता है अस्थमा के दौरे गंभीर और जानलेवा हो सकते हैं गंभीर अस्थमा के दौरे के लिए आपातकालीन उपचार की आवश्यकता होती है अस्थमा के गंभीर दौरे का सबसे महत्वपूर्ण कारण खराब नियंत्रित अस्थमा है जिसका अर्थ है कि अस्थमा के लक्षण मौजूद थे लेकिन ठीक से इलाज नहीं किया जा रहा है इस स्थिति में वायु मार्ग में एलर्जी की सूजन मौजूद होती है और मौसमी वायरल संक्रमण और पर्यावरण ट्रिंगर के साथ भड़क जाती है
अस्थमा के उपाय
1.मेथी के दाने को पानी में उबालकर और उसमें शहद और अदरक का रस मिलाकर सेवन करने से अस्थमा में आराम होता है
2.आंवले के पाउडर में शहद मिलाकर खाली पेट इसका सेवन करें प्रतिदिन इसका इस्तेमाल करने से अस्थमा काबू हो जाता है
3.पीपल के पत्तों को सुखाकर छान लें इसके बाद उसमें शहद मिलाएं दिन में तीन बार इसे चाटने से अस्थमा में आराम होता है
4.सोठ, सेंधा नमक,जीरा, भुनी हुई हींगऔर तुलसी के पत्ते को पीसकर 100 मिलीलीटर पानी में उबाल लें इस पानी से अस्थमा की समस्या दूर हो जाती है
5.सूखे अंजीर के चार दाने रात के समय पानी में भिगो दें सुबह खाली पेट इसे पीसकर खाने से अस्थमा की बीमारी कम हो जाएगी
6.अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप पानी में अजवाइन डालकर इसे उबालें और इस पानी से उठती भाप ले यह अस्थमा का जड़ से इलाज करती है
7. दमा रोग होने पर एक चम्मच हल्दी और दो चम्मच शहद को मिलाकर चाट लेने से असरदार फायदा नजर आता है तुलसी के पत्तों का पेस्ट दो चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से अस्थमा रोग चला जाता है दमा रोग की अचूक दवा है 10 ग्राम मेथी के बीज को एक गिलास पानी में उबाल लें और जब यह पक कर तीसरा हिस्सा रह जाए तो ठंडा करके इसे पी ले
8.अडूसा की पत्तियों के रस को शहद में मिलाकर रोगी को दिया जाता है जिससे अस्थमा में अति शीघ्र आराम मिलता है पताल कोट के आदिवासी टीवी के मरीजों को अडूसा की पत्तियों का काढ़ा बनाकर 100 मिली रोज पीने की सलाह देते हैं अडूसा शरीर में जाकर फेफड़ों में जमे कफ और गंदगी को बाहर निकालता है
9.तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से सांस नलिका में संक्रमण खत्म हो जाता है इसके साथ ही पानी में शहद डालकर भाप
लेने से अस्थमा में आराम मिलता है
10.आहार में लहसुन, अदरक, हल्दी और काली मिर्च को जरूर शामिल करें यह अस्थमा से लड़ने में मदद करते हैं
11.अस्थमा के मरीजों को आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए पालक और गाजर का रस अस्थमा में काफी फायदेमंद होता है
12.अधिक मीठा ठंडा पानी दही का सेवन ना करें
13.अंडे मछली और मांस जैसी चीजें अस्थमा में हानिकारक है
अस्थमा को रोकने के उपाय
दमा के मरीज को बारिश और सर्दी और धूल भरी जगह से बचना चाहिए, बारिश के मौसम में नमी के बढ़ने से संक्रमण बढ़ने की संभावना होती है, ज्यादा ठंडे और ज्यादा नमी वाले वातावरण में नहीं रहना चाहिए, इस अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं, घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाकर निकले, सर्दी के मौसम में धुंध में जाने से बचे, धूम्रपान करने वालों व्यक्तियों से दूर रहें इसके अलावा जीवन शैली और आहार में बदलाव लाने पर इन दमा के प्रभाव को कम किया जा सकता है अस्थमा होने पर छाती और रीढ़ की हड्डी पर सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करनी चाहिए मालिश करने के कुछ देर बाद स्टीम बाथ भी करना चाहिए ,अस्थमा में कच्चे प्याज का सेवन लाभदायक होता है प्याज में मौजूद सल्फर फेफड़ों की जलन और अन्य समस्याओं को कम करने में सक्षम होता है प्याज अस्थमा का सफल उपचार करता है ,अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप करेले का प्रयोग कर सकते हैं करेला का एक चम्मच पेस्ट शहद और तुलसी के पत्ते के रस के साथ मिलाकर खाने से अस्थमा में फायदा होता है
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